Thursday, September 27, 2018

Janiye kaun si company bnati hai sbse acha smartphone

Agar apko pocha jaye ki kon si company sbse acha smartphone bnati hai to apke dimag me Xiomi aur Samsung jaisi companies ka nam pehle ayega. Khair ye bat to reh gayi India ki magar aaj hum apko btayenge ki poori duniya me sbse acha smartphone kaun si company bnati hai .

1. APPLE
Image result for APPLE
Ye comoany apne naye features ki wjah se kafi lokpriye hai. kyunki iske smartphones ke andar wo sab features mil jate hai jo ek customer use krna chahta hai. Chahe wo camera ki clarity ho ya fir sound system ki iske alawa bhi inke smartphones me aur kayi features maujud hai. halanki is company ke smartphones mehnge jarur hai lekin ek acha smartphone bnane ki suchi me yeh pehle number par hai. 

2. Samsung
Image result for SAMSUNG
South korea ki mobile company samsung ko dusre number par rkha gya hai. Apple ke bad samsung ke smartphones poori duniya me sbse jyada pasand kiye jate hai. Kyunki Apple ke compression me inke smartphones cheap price par mil jate hai. jiski wjah se ye aam admi tak apni pahunch asani se bda leti hai. Iske sath hi samsung me paryog kiye jane wle hardware parts bhi kafi ache hote hai. jinki life jyada dino tak ki hoti hai.

3. Huawai
Image result for HUAWEI
Ye Cjina ki kafi charcha me rehne wali smartphone company hai. jo kam budget me ache smartphones bnati hai. Iske ilawa apko is company ke smartphones ke face unlock sahit dual camera smatphones bhi kam kharach par mil jate hai. jo ise tisre number par lati hai.

4. MI Xiaomi
Image result for MI XIAOMI
Mi ke smartphones bharat sahit poori duniya me khoob pasand kiye jate hai. kyunki ye company bahut kam kimat par ache smartphones ache features ke sath lati hai. jo aur companies ke liye asan nahi hai. Halanki future me HONOR aur AUAS jaisi companies isko takar de skti hai.

5. SONY
Image result for SONY
Ye company TV aur Sound systems jaise electronic product bnane ke liye jada jani jati hai. Sath hi iske product duniya bhar me pasand kiye jate hai. Magar bat kre iske smartphones ki to is company ke smartphones bhi khoob pasand kiye jate hai. Jo behtrin Picture quality ke liye jane jate hai.

6. NOKIA
Image result for NOKIA
Ek time tha jab nokia sbke dilo par raj kata tha. Log is company ke smartphones ko khoob pasand bhi karte the. Lekin Windos jaise feature lane ki wjah se nokia ko kafi preshani ka samna krna pda tha. Magar ab nokia ke smartphones me bahut bda badlab kar diya hai. Halanki is company ke mobile hamesha apne camera ki wjah se charcha me rhe hai aur aaj bhi nokia 7 model apne dual mode camera ki wjah se charcha me hai. Nokia ne bhi ab android smartphone launch krke kayi companies ko fir se takar dene ka pryas kiya hai jo ki future me dekhne ko mil skta hai kyunki Nokia ke smartphones kafi kam kimat par launch kiye hai. Isi liye hmne nokia ko yha 6 number par rkha hai.

Doston apko mera post kesa lga comment section me jarur bataye aur agar apko yeh jankari achi lge to apne sathiyon se jarur share karte rhe.. THANKS FOR READING MY ARTICLES.... 

Sunday, September 23, 2018

कभी एमआर थे, अब दवाये बनाकर भेजते है 23 देशो में जानिए इनके बारे में

कभी एमआर थे, अब दवाये बनाकर भेजते है 23 देशो में जानिए इनके बारे में

msme haryana, ambala pharma industrialist story
AMBALA CANT आंबला कैंट में एक फार्मास्यूटिकल कंपनी में ३२५ रूपए की मासिक पगार के एमआर ( मेडिकल रिप्रेजेन्टेटिव ) जीडी छिब्बर आज करोड़ों की कंपनी के मालिक हैं। वर्ष 1972 में बीएससी करने के बाद पिता स्वतंत्रता सेनानी भाई विलायती राम छिब्बर व माता राजकुमारी भी चाहते थे कि बेटा कोई कामकाज कर घर की जिम्मेदारी संभाले।

माता-पिता की बात सिर माथे पर रखते हुए उन्होंने एमआर की नौकरी ज्वाइन की। उन्हें काम के लिए यूपी का मुरादाबाद शहर दिया गया। ऐसे ही सात साल गुजर गए। आखिर फैसला किया कि खुद की दवाएं बनाकर अपना बिजनेस ही शुरू करेंगे। 
Image result for MEDICAL REPRESENTATIVE IN JOB

लिहाजा अपने वेतन से पांच हजार रुपये बचाकर उन्होंने 1979 में अपना व्यवसाय शुरू कर दिया। इसके बाद कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। पांच हजार से शुरू किया उनका बिजनेस आज करोड़ों तक पहुंच चुका है और वे मैकेनिल एंड आर्गेस फार्मास्यूटिकल कंपनी के मालिक हैं। उनकी पत्नी रेणु छिब्बर और बेटा पवन भी उनके कारोबार में सहयोग करते हैं।

 Image result for MEDICAL REPRESENTATIVE IN JOB
स्थिति यह है कि उनकी खुद की कंपनी में बनी दवाइंया आज देश के सभी राज्यों के साथ-साथ दुनिया के 23 देशों में सप्लाई होती है। वर्ष 1989 में उनकी दवाइयों को सेंट्रल गर्वनमेंट हेल्थ स्कीम के अंतर्गत अप्रूव किया गया। उनकी कंपनी वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन से भी सर्टिफाइड है।
ये मिला सम्मान

-जीडी छिब्बर को उत्तराखंड में आई त्रासदी के दौरान करोड़ों की दवाएं मदद के तौर पर देने के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सम्मानित हुए।
-उड़ीसा में भी पीड़ितों की मदद के लिए सम्मानित हुए।
-अंबाला प्रशासन तीन बार उत्कृष्ट कार्यों व सेवाओं के लिए सम्मानित कर चुका है।
-नेपाल के राष्ट्रपति से उत्कृष्ट कार्यों व सेवाओं के लिए सम्मान पा चुके हैं।
सफलता का मंत्र: ग्रेटर द रिस्क, ग्रेटर द गेन
जीडी छिब्बर सफलता के मंत्र के मायने अपने ही तरीके से निकालते हैं। उनका कहना है कि ग्रेटर द रिस्क, ग्रेटर द गेन’ यही कामयाबी का फंडा है। उनका मानना है कि जोखिम उठाए बिना आप कामयाब नहीं हो सकते, लेकिन शर्त यह है कि आपकी कोशिशें साकारात्मक हों और नैतिकतापूर्ण हों।

Saturday, September 22, 2018

ई-फार्मेसी के लिए नये नियम लाने की तैयारी में स्वास्थ्य मंत्रालय

Image result for medicines

स्वास्थ्य मंत्रालय दवाओं की आनलाइन बिक्री के लिए नियमों का नया सैट लाने की योजना बना रहा है I प्रस्तावित नियमों के तहत आनलाइन दवा बिक्री दुकानों ई - फार्मेसी को एक केंद्रीय प्राधिकार के पास पंजीकरण करवाना होगा I इसके साथ ही इन्हें मादक द्रव्यों की बिक्री की अनुमति नहीं होगी I

मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय की दवा व कास्मेटिक नियम 1945 में संशोधन की योजना है ताकि ई - फार्मेसी के लिए नियम बनाए जा सकें I

उन्होंने कहा कि मसौदा नियमों को राज्यों के साथ साझा किया गया है और राज्यों के दवा नियामकों की राय मांगी गई है I

THANKS
मसौदा नियमों के अनुसार आनलाइन फार्मेसी को केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन    
( सीडीएससीओ ) के यहां पंजीकरण करवाना होगा और उन्हें मादक व नशीली श्रेणी की दवाओं को बेचने की अनुमति नहीं होगी I

सुप्रीम कोर्ट ने सैरीडॉन समेत तीन दवाओं पर लगी रोक हटाई, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने सैरीडॉन समेत तीन दवाओं पर लगी रोक हटाई, केंद्र सरकार से मांगा जवाब

सुप्रीम कोर्ट ने सैरीडॉन समेत तीन दवाओं पर लगी रोक हटाई, केंद्र सरकार से मांगा जवाब


सुप्रीम कोर्ट ने सैरीडॉन, प्रिट्रान और डार्ट ड्रग्स पर लगी रोक हटा ली है I कोर्ट ने इस मामले में केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है I आपको बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा पिछले दिनों प्रतिबंधित 328 दवाओं की लिस्ट में इन दवाओं का भी नाम था I केंद्र सरकार ने एक झटके में 328 फिक्स डोज कंबीनेशन यानी एफडीसी दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया था I एफडीसी वो दवाएं हैं जो दो या दो से अधिक दवाओं के अवयवों (सॉल्ट) को मिलाकर बनाई जाती हैं I दुनिया के अधिकांश देशों में इन दवाओं के उपयोग पर रोक लगाई गई है I देश में सक्रिय कई स्वास्थ्य संगठन लंबे समय से कहते आ रहे थे कि इन दवाओं से मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ होता है और ये हानिकारक भी हो सकती हैं I संगठनों का कहना था कि अगर किसी दवा की वजह से मरीज को एलर्जी हो गई तो यह पता लगाना भी मुश्किल हो जाएगा कि उस दवा के किस सॉल्ट की वजह से एलर्जी हुई है I ऐसे में एलर्जी का इलाज करने में देर भी हो सकती है I 

गौरतलब है कि इससे पहले केंद्र सरकार ने मार्च 2016 में औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 की धारा 26-ए के तहत मानव उपयोग के उद्देश्य से 344 एफडीसी के उत्पादन, बिक्री और वितरण पर प्रतिबंध लगाया था I इसके बाद सरकार ने समान प्रावधानों के तहत 344 एफडीसी के अलावा पांच और एफडीसी को प्रतिबंधित कर दिया था. हालांकि, इससे प्रभावित उत्पादकों अथवा निर्माताओं ने देश के विभिन्न उच्च न्यायालयों और सुप्रीम कोर्ट में इस निर्णय को चुनौती दी थी I सुप्रीम कोर्ट द्वारा 15 दिसम्बर, 2017 को सुनाए गए फैसले में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए इस मसले पर दवा तकनीकी सलाहकार बोर्ड द्वारा गौर किया गया, जिसका गठन औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम, 1940 की धारा 5 के तहत हुआ था I इस बोर्ड ने इन दवाओं पर अपनी रिपोर्ट केन्द्र सरकार को सौंप दी, दवा तकनीकी सलाहकार बोर्ड ने अन्य बातों के अलावा यह सिफारिश भी की कि 328 एफडीसी में निहित सामग्री का कोई चिकित्सीय औचित्य नहीं है और इन एफडीसी से मानव स्वास्थ्य को खतरा पहुंच सकता है I